हिन्दी से इंग्लिश बोलना कैसे सीखे? | Learn English Speaking From Hindi

इंग्लिश दुनियाँ में सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषाओं मे से एक है। ऐसे में अगर आपको इंग्लिश बोलना आता है। तो आपको दूसरे व्यक्ति कि तुलना में ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है। चाहे हम इंटरव्यू कि बात करे या फिर कही किसी मंच पर दी जाने वाली स्पीच कि, अगर आप इंग्लिश में उसे देते है तो वह ज्यादा प्रभावी लगती है। ऐसे में आपने भी कभी न कभी इंग्लिश बोलना सीखने कि कोशिश कि होगी, या फिर हो सकता है कि आप अभी इंग्लिश बोलना सीख रहे हो। तो इस पोस्ट में हम english bolna kaise sikhe? यह जानेंगे।

इस पोस्ट को बेहतर समझने के लिए मै आपको इससे पहले कि पोस्ट “हम अंग्रेजी क्यों नहीं बोल पाते है?” पढ़ने कि सलाह दूंगा। जिसमें हमने जाना था, कि वह कौन से कारण है जिनके वजह से हमें इंग्लिश बोलना इतना मुश्किल लगता है।

जिसको पढ़ने के बाद आप इस पोस्ट इंग्लिश बोलना कैसे सीखे? को ओर भी बेहतर समझ पाएंगे। और इसमें बताए गयी बातों को अपनाकर आसानी से इंग्लिश बोलना सीख सकेंगे। तो आइये जानते है कि हम इंग्लिश बोलना कैसे सीख सकते है।

(English Bolna Kaise Sikhe in Hindi)
इन तरीकों को अपनाकर सीखें इंग्लिश बोलना:-

1.) इंग्लिश सीखने का माहौल बनाए

जब हम इंग्लिश बोलने कि बात करते है। तो हम अक्सर यह भूल जाते है कि इंग्लिश बोलना सीखने के लिए हमे ऐसे माहौल कि जरूरत होती है। जहां पर हम इंग्लिश बोलने कि प्रैक्टिस कर सके। जरा आप खुद ही सोचिए आपने अपनी मात्रभाषा (वह भाषा जो आप बचपन से बोलते आए है।) को बोलना कैसे सीखा था।

क्या आप उसे सीखने के लिए कही किसी कोचिंग गए थे? नहीं। आपने अपने आसपास के माहौल से, परिवार के सदस्यों, पड़ोसियों कि बातों को सुनकर अपनी मात्रभाषा बोलना सीखा था। तो अब सवाल यह आता है। कि इंग्लिश बोलने के लिए सही माहौल कैसे बनाए।

इंग्लिश सीखने का माहौल बनाने के लिए आप नीचे दिए गए कुछ तरीके अपना सकते है:-

  • अपने किसी ऐसे दोस्त को ढूँढे जो कि आपकी तरह इंग्लिश बोलना सीखना चाहता हो। और उसके साथ इंग्लिश बोलने कि प्रैक्टिस करें।
  • आईने के सामने इंग्लिश बोलने कि प्रैक्टिस करें, आप चाहे तो ऐसा करते व्यक्त खुद को अपने मोबाईल मे रिकार्ड भी कर सकते है। जिससे कि आप खुद को बाद में देखकर अपनी गलतियों का पता लगा सकते है।
  • अगर उपर दिए गए दोनों उपाय आप किसी वजह से नहीं कर पा रहे है तो आप किसी कोचिंग को भी जॉइन कर सकते है। जहां पर आपको इंग्लिश बोलने के लिए अच्छा माहोल मिल सके।

2.) पहले बेसिक ग्रामर सीखें

अक्सर इंग्लिश सीखने कि शुरुआत करते समय हम एक बड़ी गलती करते है। जिसके कारण हमारे लिए इंग्लिश बोलना मुश्किल होता जाता है। हम सोचते है, कि हम जितनी अच्छी ग्रामर सीख लेंगे उतना ही अच्छा बोल पाएंगे। पर ऐसा नहीं है शुरुआत में आपको बेसिक ग्रामर ही सीखना चाहिए। क्योंकि अगर आप पहले ही पूरी ग्रामर को सीखना चाहेंगे। तो बोलते समय आप हर बार ग्रामर के नियम देखने लगेंगे, कि क्या मैंने सही नियम का पालन किया है, या नहीं।

इस वजह से आपको सबसे पहले बेसिक ग्रामर से शुरुआत करनी चाहिए। इससे आप कन्फ्यूज़ भी कम होंगे। फिर जैसे-जैसे आप इंग्लिश बोलना शुरू करेंगे। आप और भी advance ग्रामर सीख सकते है।

इंग्लिश बोलने कि शुरुआत करते वक्त आपको बेसिक इंग्लिश ग्रामर के ये टॉपिक पता होने चाहिए:-

  • Tense (काल)
  • Part of speech (शब्दभेद)
  • Basic vocabulary
  • Modals
  • Noun (संज्ञा)
  • Pronoun (सर्वनाम)
  • Verb (क्रिया)
  • Adverb (क्रिया विशेषण)
  • Preposition (संबद्धबोधक)
  • Conjunction (समुच्चयबोधक)
  • Interjection (विस्मयादिबोधक)

3.) इंग्लिश मे सोचना शुरू करें

अगर हम बात करें कि क्या अंतर होता है उनमे जो रुक-रुककर इंग्लिश बोलते है, और जो बिना रुके fluent इंग्लिश बोलते है। तो बात सामने आती है, कि इंग्लिश में fluent बोलने वाले इंग्लिश में ही सोचते है। जिससे कि वह आसानी से अपनी बात को इंग्लिश में बोल पाते है।

लेकिन जब बात उस इंसान कि आती है जो इंग्लिश में नहीं सोचता है। तो वो सबसे पहले हिन्दी (मात्रभाषा) में बात को सोचता है। और फिर उसे इंग्लिश में translate (अनुवाद) कर बोलता है। जिससे कि वह अपनी बात को बोलने में ज्यादा समय लगता है। और बहुत बार गलतियाँ भी कर देता है। तो फिर सवाल आता है कि “कैसे हम भी इंग्लिश में सोचना शुरू कर सकते है।”

ऐसे शुरू करे इंग्लिश में सोचना:-

  • अपने दिमाग को इंग्लिश सुनने कि आदत डालने के लिए हर दिन इंग्लिश भाषा में कुछ न कुछ सुनते रहे।
  • रोजाना अपने बीते हुए कल को इंग्लिश में बोलने कि कोशिश करें।
  • इंग्लिश मूवीज देखे subtitle के साथ या फिर कोई भी इंग्लिश interview देखे।
  • आप इंग्लिश song भी सुन सकते है।

4.) इंग्लिश बोलने कि प्रैक्टिस करें

कोई भी भाषा चाहे वह इंग्लिश हो या कोई और आप प्रैक्टिस से ही सीखते है। आप सिर्फ English grammar सीखकर यह नहीं कह सकते कि आपको इंग्लिश बोलना आता है। आपको इंग्लिश बोलने के लिए प्रैक्टिस करना भी बहुत जरूरी है।

आपने यह quote जरूर सुना होगा “Practice makes a man perfect.” अभ्यास इंसान को पूर्ण बनाता है। और यह सही भी है। आपका इंग्लिश बोलना इस बात पर निर्भर करता है कि आप दिनभर में इंग्लिश मे कितना बोलते है। जैसे-जैसे आप इंग्लिश में बोलना शुरू करते है, आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।

चाहे आप इंग्लिश बोलने कि प्रैक्टिस अपने दोस्त के साथ करे या फिर अकेले आईने के सामने दोनों ही आपके लिए फायदेमंद है। आप जितनी ज्यादा इंग्लिश बोलने कि प्रैक्टिस करेंगे उतना ही अच्छा आप इसे बोल पाएंगे।

Conclusion

आप ऊपर दिए गए स्टेप को फॉलो कर आसानी से इंग्लिश बोलना सीख सकते है। हाँ मै मानता हूँ कि शुरुआत में आपको यह मुश्किल लगेगा पर जैसे-जैसे आप ये स्टेप्स फॉलो करेंगे। आपके लिए इंग्लिश बोलना आसान होता जाएगा। लगातार मेहनत के साथ आप भी इंग्लिश बोलना सीख सकते है।

हमें उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट english bolna kaise sikhe पसंद आयी होगी। अगर आपको इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सुझाव हो तो, आप हमें comment में जरूर बताए। और अपने दोस्तों के साथ यह पोस्ट शेयर करना न भूले।

Share with your friends

4 Comments

  1. Ye bahut hi faydemand article hai English sikhne ka liye agar in sab topics ko follow karta hai. He will definitely learn English

  2. Your blog consistently captivates me throughout. I simply can’t reading before absorbing every individual word you write.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *